Raisina Dialogue 2025: वैश्विक कूटनीतिक विचार-विमर्श का एक बेहद ही महत्वपूर्ण मंच बन चुके रायसीना डायलॉग 2025 की शुरुआत आज से होने वाली है। इस बार आयोजन का थीम 'कालचक्र' रखा गया है। इस बार इसमें 125 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं , जिनमें न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन, अमेरिका की नेशनल इंटेलीजेंस की निदेशक तुलसी गबार्ड, यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्री साइबिहा शामिल हैं।
क्या है रायसीना डायलॉग ?
रायसीना डायलॉग में दुनिया के कई देशों के विदेश मंत्री शिरकत करते हैं। इस बैठक का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑवसर्वर रिसर्च फाउंडेशन (Observer Research Foundation) करता है। बता दें कि ORF, एक स्वतंत्र थिंक टैंक है।
इस आयोजन में शामिल देश वर्तमान भू-राजनीतिक और भू- आर्थिक समेत कई मुद्दों पर चर्चा करते हैं। इस बैठक में विभिन्न देशों के उच्च स्तरीय अधिकारी, नीति-निर्माता, उद्योग जगत के अग्रणी व्यक्ति और पत्रकारइस रायसीना डायलॉग मेंहिस्सा लेते हैं।
कहां से आया इस सम्मेलन का नाम?
इस कार्यक्रम को विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाता है। वहीं, विदेश मंत्रालय का मुख्यालय रायसीना पहाड़ी (नई दिल्ली) पर स्थित है, जिसे साउथ ब्लॉक भी कहा जाता है। इसलिए इस सम्मलेन का नाम भी रायसीना डायलॉग रखा गया।
कब हुई सम्मेलन की शुरुआत?
साल 2016 में पहली बार इस सम्मेलन का आयोजन किया गया। पहली बार 'एशिया रीजनल एंड ग्लोबल कनेक्टिविटी' थीम पर सम्मेलन का आयोजन हुआ था। 2016 के बाद से हर साल इस सम्मेलन का आयोजन किया जाता है।