Pm Modi on Godhra: गोधरा कांड की असली कहानी पीएम मोदी की जुबानी

अमेरिका के मशहूर पॉडकास्टर लेक्स फ्रीडमैन (Lex Fridman) के साथ एक पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा कि यह धारणा गलत सूचना फैलाने का एक प्रयास था कि 2002 के दंगे गुजरात में अब तक के सबसे बड़े दंगे थे। हालांकि, अगर आप 2002 से पहले के आंकड़ों को देखेंगे तो पाएंगे कि गुजरात में लगातार दंगे होते रहते थे।
गुजरात दंगों का किया जिक्र
उन्होंने इस पोडाकस्ट में आगे कहा कि कहीं-कहीं तो लगातार कर्फ्यू लगाया जाता था। 1969 का गुजरात दंगा छह महीने से ज्यादा समय तक चला था। मोदी ने कहा कि गोधरा ट्रेन अग्निकांड उनके गुजरात विधानसभा का सदस्य बनने के मुश्किल से तीन दिन बाद हुआ था। यह अकल्पनीय त्रासदी थी, लोगों को उस दंगे में जिंदा जला दिया गया था।
राजनीतिक विरोधियों पर लगाए आरोप
- पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं होना चाहिए। हम भी ऐसा ही चाहते हैं। हर कोई शांति ही चाहता है। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी ने कहा कि गोधरा में हुई बड़ी घटना चिंगारी फैलने का केंद्र बिंदु थी और फिर पूरे प्रदेश भर में हिंसा हुई। गोधरा मामले को लेकर फर्जी विमर्श गढ़ा गया। लेकिन, अदालतों ने मामले की पूरी तरह से जांच की और हमें पूरी तरह से निर्दोष करार भी दिया।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि जब हिंसा हुई तब उनके राजनीतिक विरोधी केंद्र की सत्ता में थे और चाहते थे कि इन आरोपों पर मुझे सजा दिया जाए। वे हमें सजा मिलते देखना चाहते थे। उनके अथक प्रयासों के बावजूद न्यायपालिका ने दो बार सावधानीपूर्वक स्थिति का विश्लेषण किया और अंतत: हमें पूरी तरह से निर्दोष साबित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गुजरात, जहां लगभग हर साल हिंसा होती थी, वहां 2002 के बाद से आजतक एक भी दंगे नहीं हुए हैं।
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